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Showing posts from January, 2019

सरकार से असहमत सांख्यिकी आयोग के सदस्यों का इस्तीफ़ा-पांच बड़ी खबरें

राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के दो सदस्यों पीसी मो हनन और जेवी मीनाक्षी ने सरकार से कुछ मुद्दों पर असहमति के कारण अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. मोहनन इस आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष थे. चार सदस्यों के इस आयोग में अब मुख्य सांख्यिकीविद् प्रवीन श्रीवास्तव और नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत बने हुए हैं. आयोग के अधिकारी ने कहा, '' इन दो सदस्यों ने राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग से इस्तीफ़ा 28 जनवरी को दे दिया था. '' मोहनन और मीनाक्षी जून 2017 में आयोग का हिस्सा बने थे और उनका कार्यकाल जून 2020 में खत्म होने वाला था, लेकिन सरकार से कुछ तय मुद्दों पर असहमत होने के कारण दोनों ने लगभग डेढ़ साल पहले अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. अमित शाह को नोटिस तृणमूल कांग्रेस की नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह को मानहानि का नेटिस भेजा है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर की रैली में टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि चिटफंड कंपनियों के मालिकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेंटिंग करोड़ों रु

बाघ ही क्यों हो जाता है बाघ के खून का प्यासा

ये तो सभी जानते हैं कि बाघ दूसरे जानवरों को मारकर उन्हें अपना भोजन बनाता है. लेकिन मध्य प्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय पार्क की एक घटना में एक बाघ ने ही दूसरे बाघ को मारकर खा लिया. ऐसा बहुत कम होता है कि एक बाघ दूसरे बाघ को मारकर खा जाए. लेकिन अलग-अलग टाइगर रिज़र्व में ऐसी कुछ घटनाएं सामने आई हैं. कान्हा राष्ट्रीय पार्क के रिसर्च ऑफिसर राकेश शुक्ला ने बताया, ''19 जनवरी को पेट्रोलिंग के दौरान एक बाघ की हड्डियां मिली थीं. इस बाघ को किसी दूसरे बाघ को खाते देखा गया था. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि जिसे मारा गया वो बाघ था या बाघिन. इसकी जांच की जा रही है. लेकिन, उसकी ह​ड्डियों से पता चलता है कि वो बालिग नहीं था. उसकी उम्र करीब डेढ़ साल रही होगी. वहीं मारने वाला बाघ चार से पांच साल का बालिग था. दोनों के बीच लड़ाई हुई थी.'' अपनी प्रजाति के जीव को खाना सामान्य बात नहीं है. इसे कैनिबलिज़्म कहते हैं. जैसे कि इंसानों में ऐसा होना अस्वाभाविक माना जाता है उसी तरह ये दूसरी प्रजातियों में भी बहुत कम होता है. लेकिन कान्हा राष्ट्रीय पार्क में ऐसा होने के क्या कारण हैं. दो बाघो

शेयर 13% गिरकर 6 साल के निचले स्तर पर, व्हिसलब्लोअर की शिकायत से जुड़ी रिपोर्ट का असर

देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सन फार्मा का शेयर शुक्रवार को इंट्रा-डे में 13% गिरकर 6 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान एनएसई पर शेयर 56 रुपए टूटकर 370.20 रुपए पर आ गया। यह फरवरी 2013 के बाद सबसे कम भाव है। हालांकि, क्लोजिंग 8.51% गिरावट के साथ 390.25 रुपए पर हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हिसलब्लोअर ने सन फार्मा के कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियों की शिकायत की है। इस वजह से शेयर में गिरावट आई। इस मामले में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने सन फार्मा से जवाब मांगा तो कंपनी ने कहा कि ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। आदित्य मेडीसेल्स-सुरक्षा रियल्टी के बीच लेन-देन का आरोप मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया है कि साल 2014 से 2017 के बीच आदित्य मेडीसेल्स (एएमएल) कंपनी ने सुरक्षा रियल्टी फर्म के साथ 5,800 करोड़ रुपए का लेन-देन किया था। सुरक्षा रियल्टी, सन फार्मा के को-प्रमोटर सुधीर वालिया की कंपनी है। एएमएल सन फार्मा की डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी है। पिछले वित्त वर्ष की सालाना रिपोर्ट में सन फार्मा ने एएमएल को संबंधित पार्टी घोषित किया था। इसमें सन फा

प्रसव के वक्त बच्चे को इतनी जोर से खींचा कि धड़ से अलग हुआ सिर

राजस्थान के रामगढ़ से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां रामगढ़ सरकारी अस्पताल में प्रसव के दौरान डॉक्टर्स ने बच्चे के पैर इतनी जोर से खींचे कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया और और सिर अंदर ही रह गया. इस बात को छिपाने के लिए रामगढ़ के डॉक्टर्स ने बच्चे को जैसलमेर रेफर कर दिया. यहां जब डॉक्टर्स ने जांच की तो पता लगा कि महिला की डिलीवरी हो चुकी है. महिला के परिवारवालों को जैसलमेर के जवाहर अस्पताल के डॉ. रविंद्र सांखला ने बताया कि महिला की डिलीवरी हो गई है, लेकिन आंवल अंदर रह गई है . केस क्रिटिकल है इसलिए हमने महिला को जोधपुर के उम्मेद अस्पताल के लिए रेफर किया है. फिर महिला को उसके परिवार वाले जोधपुर के उम्मेद अस्पताल लेकर गए. यहां जब डॉक्टर्स ने प्रसव का प्रयास किया तो वो हैरान रह गए. प्रसव के दौरान बच्चे का सिर ही बाहर निकला. उन्होंने महिला के परिवार वालों को केवल सिर निकलने की जानकारी दी. सिर लेकर थाने पहुंचे परिवार वाले.... प्रसव के दौरान बच्चे का सिर धड़ से अलग होने की खबर लगने के बाद नाराज परिजन सिर लेकर रामगढ़ पुलिस थाने पहुंचे. यहां उन्होंने डॉक्टर्स के खिलाफ लापरवाही बरतने

IT ऐक्ट में होगा संशोधन: गूगल, FB और वॉट्सऐप होंगे प्रभावित

सरकार IT Act में संशोधन करने की तैयारी में है. नए बदलाव के तहत सोशल साइट्स और ऐप्स जो फेक न्यूज और चाइल्ड पॉर्नोग्रफी रोकने में नाकाम हैं उन पर भारी पेनाल्टी लगाई जाएगी. इनफॉर्मेशन टेक्नॉलजी मंत्रालय की तरफ से एक ड्राफ्ट जारी किया गया है. फेक न्यूज और चाइल्ड पॉर्नोग्राफी एक बड़ी समस्या बन कर उभर रहे हैं और इसे रोकने के लिए यह संशोधन प्रस्तावित है. रिपोर्ट के मुताबिक संशोधन के इस प्रस्ताव में कानून का उल्लंघन करने वाली वेबासाइट्स और ऐप्स को बंद करने तक का प्रावधान होगा. पिछले महीने मंत्रालय ने गूगल, फेसबुक, वॉट्सऐप, ट्विटर और दूसरी इंटरनेट कंपनियों के आला अधिकारी से बातचीत की है. इस दौरान इन बदलाव के बारे में बातचीत की गई है और इस मामले पर 15 जनवरी तक फीडबैक मांगा गया है. ये संशोधन से मुख्य रूप से वॉट्सऐप, गूगल, फेसबुक, ट्विटर और दूसरे चैटिंग ऐप्स प्रभावित हो सकते हैं. क्योंकि सरकार वॉट्सऐप से फेक न्यूज का ऑरिजिन बताने को लगातार कंपनी पर दबाव डाल रही है. वॉट्सऐप पर न सिर्फ फेक न्यूज तेजी से वायरल हो रहे हैं, बल्कि चाइड पॉर्न भी धड़ल्ले से शेयर किए जाते हैं. अगर ये डेटा प्रोटकेशन